कैनाबिस के उपयोग और लाभ
कैनाबिस, जिसे आमतौर पर गांजा कहा जाता है, चिकित्सा जगत में विवादित रहा है। लेकिन यह वास्तव में चिकित्सा में एक नया अध्याय लिख सकता है? हम इस प्रश्न का उत्तर खोजने की कोशिश करेंगे।
गांजे के औषधीय उपयोग की परंपरा बहुत पुरानी है। इसमें पाए जाने वाले कैनाबिनॉइड्स, जैसे THC और CBD, कई बीमारियों के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। दर्द प्रबंधन से लेकर मानसिक स्वास्थ्य तक, गांजे के फायदे वैज्ञानिक अध्ययनों से समर्थित हैं।
लेकिन, चिकित्सा कैनाबिस के उपयोग पर दुनिया भर में विभिन्न दृष्टिकोण हैं। कई देशों में इसका उपयोग वैध है, जबकि कुछ में यह अभी भी विवादास्पद है। भारत में भी, आयुर्वेद में कैनाबिस का उपयोग किया जाता है।
मुख्य बिंदु
कैनाबिस में 100 से अधिक कैनाबिनॉइड्स पाए जाते हैं
THC और CBD सबसे प्रमुख कैनाबिनॉइड्स हैं
चिकित्सा कैनाबिस दर्द, मतली और मांसपेशियों में ऐंठन जैसे लक्षणों को कम करता है
कई देशों में चिकित्सा कैनाबिस का उपयोग वैध है
भारत में आयुर्वेद में कैनाबिस का उपयोग लंबे समय से होता आया है
कैनाबिस का इतिहास और चिकित्सा में इसका महत्व
कैनाबिस का उपयोग चिकित्सा में हजारों वर्षों से हो रहा है। प्राचीन काल से ही, यह आयुर्वेदिक उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। 20वीं सदी की शुरुआत तक, यह अमेरिकी फार्माकोपिया में भी शामिल था।
1985 में, दरोनाबिनॉल और नाबिलोन जैसी THC-आधारित दवाओं को मंजूरी मिली। यह कैनाबिस के चिकित्सकीय उपयोग में एक बड़ा कदम था। आज, कई देशों में चिकित्सा कैनाबिस कानूनी है। इसका उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज में किया जाता है।
आधुनिक अध्ययनों से पता चला है कि कैनाबिस कई समस्याओं में मदद कर सकता है। यह कीमोथेरेपी से होने वाली मतली को कम करता है। इसके अलावा, यह पुराने दर्द वाले लोगों के लिए भी उपयोगी है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस वाले लोगों में भी कैनाबिस का उपयोग राहत दिलाता है। यह पारंपरिक चिकित्सा के साथ एक वैकल्पिक उपचार के रूप में उभर रहा है।
स्थिति | कैनाबिस का प्रभाव |
कीमोथेरेपी से मतली | प्रभावी राहत |
पुराना दर्द | लक्षणों में कमी |
मल्टीपल स्क्लेरोसिस से कड़ापन | अल्पकालिक राहत |
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 147 मिलियन लोग कैनाबिस का उपयोग करते हैं। यह आंकड़ा इसकी बढ़ती लोकप्रियता और संभावित चिकित्सकीय महत्व को दर्शाता है।
कैनाबिस में पाए जाने वाले प्रमुख कैनाबिनॉइड्स
कैनाबिस पौधे में 100 से अधिक कैनाबिनॉइड्स होते हैं। इनमें से कुछ कैनाबिनॉइड्स हमारे स्वास्थ्य पर बहुत प्रभाव डालते हैं। आइए इनमें से कुछ प्रमुख कैनाबिनॉइड्स के बारे में जानें।
टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल (THC)
THC कैनाबिस का सबसे प्रसिद्ध कैनाबिनॉइड है। यह मनोसक्रिय प्रभाव पैदा करता है, जिससे नशे का अनुभव होता है। THC दर्द और मतली में राहत देने के लिए जाना जाता है। लेकिन, इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।
कैनाबिडिओल (CBD)
CBD एक गैर-मनोसक्रिय कैनाबिनॉइड है। यह कैनाबिस पौधे के अर्क में 40% तक हो सकता है। इसके चिकित्सकीय गुणों पर बहुत शोध हुआ है। यह दर्द, चिंता और मिर्गी जैसी बीमारियों में मदद कर सकता है। 2018 में अमेरिका में CBD दवा एपिडिओलेक्स को मंजूरी मिली।
अन्य महत्वपूर्ण कैनाबिनॉइड्स
CBG, CBN और CBC जैसे अन्य कैनाबिनॉइड्स भी महत्वपूर्ण हैं। इनके संभावित चिकित्सकीय लाभ हैं। जानवरों पर किए गए अध्ययनों से पता चला है कि ये कैनाबिनॉइड्स कुत्तों में ऑस्टियोआर्थराइटिस के दर्द और मिर्गी के दौरों को कम करने में मदद कर सकते हैं।
कैनाबिनॉइड्स का उपयोग दुनिया भर में बढ़ रहा है। 2013 में 1280-2320 लाख लोगों ने कैनाबिस का इस्तेमाल किया। कनाडा, बेल्जियम और अमेरिका के कई राज्यों में मेडिकल कैनाबिस का उपयोग कानूनी है। लेकिन, इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूरी है।
चिकित्सा में कैनाबिस के अनुमोदित उपयोग
कैनाबिस के चिकित्सकीय उपयोग पर दुनिया भर में बहुत चर्चा हो रही है। भारत में, इसे 'वर्ग B' में रखा गया है। यहां इसके लिए 5 साल तक की जेल हो सकती है। लेकिन, कुछ देशों ने इसके चिकित्सकीय लाभों को स्वीकार किया है।
कैनाबिस के कुछ अनुमोदित उपयोग हैं:
पुरानी पीड़ा में दर्द निवारक के रूप में
कीमोथेरेपी से होने वाली मतली और उल्टी में राहत
एपिलेप्सी के कुछ रूपों में दौरों को कम करने में
मल्टीपल स्क्लेरोसिस से जुड़ी मांसपेशियों की कड़ापन में
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण सूजन कम करने में
अमेरिका में, कुछ राज्यों ने चिकित्सा कैनाबिस को कानूनी बनाया है। यहाँ निम्नलिखित स्थितियों में इसका उपयोग किया जा सकता है:
बीमारी | कैनाबिस का संभावित लाभ |
अल्जाइमर रोग | याददाश्त में सुधार |
क्रोन रोग | पेट की सूजन कम करना |
ग्लूकोमा | आंखों का दबाव कम करना |
पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर | चिंता को कम करना |
लेकिन, कैनाबिस के उपयोग के जोखिम भी हैं। युवाओं में इसका सेवन मनोविकृति और अवसाद का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए, चिकित्सक की सलाह के बिना इसका उपयोग न करें।
दर्द प्रबंधन में कैनाबिस की भूमिका
कैनाबिस ने दर्द प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह विशेष रूप से पुरानी पीड़ा, कैंसर से जुड़े दर्द और नर्व पेन में प्रभावी साबित हुआ है। अमेरिका में लगभग हर पांचवां व्यक्ति पुरानी पीड़ा से प्रभावित है, जिसकी चिकित्सा लागत $560 बिलियन तक पहुंच गई है।
पुरानी पीड़ा
पुरानी पीड़ा से पीड़ित रोगियों के लिए कैनाबिस एक प्रभावी दर्द निवारक है। एक अध्ययन में 984 रोगियों में से दो-तिहाई ने कैनाबिस उपयोग से दर्द में राहत की सूचना दी। इसके अलावा, कैनाबिस के उपयोग से ओपिओइड के उपयोग में 64% की कमी देखी गई।
कैंसर से संबंधित दर्द
कैंसर रोगियों के लिए कैनाबिस एक वरदान हो सकता है। यह न केवल दर्द को कम करता है, बल्कि कीमोथेरेपी से होने वाली मतली को भी नियंत्रित करता है। हालांकि, कुछ अध्ययनों में कैंसर के दर्द में इसकी प्रभावशीलता सीमित पाई गई है।
तंत्रिका संबंधी दर्द
नर्व पेन के मामले में, कैनाबिस ने उत्साहजनक परिणाम दिखाए हैं। विशेषज्ञों ने पुरानी पीड़ा के इलाज के लिए 5 मिलीग्राम CBD-प्रमुख कैनाबिस की शुरुआती खुराक का सुझाव दिया है, जिसे आवश्यकतानुसार 40 मिलीग्राम तक बढ़ाया जा सकता है।
दर्द का प्रकार | कैनाबिस का प्रभाव |
पुरानी पीड़ा | 64% ओपिओइड उपयोग में कमी |
कैंसर दर्द | सीमित लेकिन सकारात्मक प्रभाव |
नर्व पेन | 5-40 मिलीग्राम CBD प्रभावी |
हालांकि कैनाबिस दर्द प्रबंधन में प्रभावी है, इसके उपयोग से जुड़े जोखिमों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। गर्भवती महिलाओं, मनोविकार के इतिहास वाले व्यक्तियों और नशे की लत से पीड़ित लोगों को इसके उपयोग से बचना चाहिए।
कैंसर उपचार में कैनाबिस के लाभ
कैंसर उपचार के दौरान रोगियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों से लेकर तीव्र दर्द तक, ये समस्याएँ रोगियों के जीवन की गुणवत्ता को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं। इस संदर्भ में, कैनाबिस एक आशाजनक विकल्प के रूप में उभरा है।
कैनाबिस के कई लाभ कैंसर रोगियों के लिए सहायक हो सकते हैं। यह कीमोथेरेपी से होने वाली मतली और उल्टी को कम करने में प्रभावी है। एक अध्ययन में पाया गया कि 40% रोगियों को एंटी-इमेटिक दवाओं के बावजूद मतली का अनुभव होता था।
कैनाबिस इस स्थिति में राहत प्रदान कर सकता है। कैंसर के दर्द को कम करने में भी कैनाबिस सहायक हो सकता है। यह रोगियों की भूख बढ़ाने में मदद करता है, जो कैंसर उपचार के दौरान एक आम समस्या है।
हालांकि, कैनाबिस के उपयोग के संबंध में कुछ चिंताएँ भी हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि कैनाबिस उपयोगकर्ताओं की समग्र जीवन दर गैर-उपयोगकर्ताओं की तुलना में कम थी।
भारत में, मादक पदार्थ दुरुपयोग अधिनियम, 1971 के तहत भांग को वर्ग B के मादक द्रव्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है। हालांकि, नवंबर 2018 से, विशेषज्ञ डॉक्टर भांग-आधारित दवाएं लिख सकते हैं यदि उन्हें लगता है कि उनके मरीजों को इससे लाभ हो सकता है।
कैंसर उपचार में कैनाबिस के उपयोग पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। रोगियों को अपने चिकित्सक से परामर्श करके ही इसका उपयोग करना चाहिए।
न्यूरोलॉजिकल विकारों में कैनाबिस का उपयोग
न्यूरोलॉजिकल विकार लोगों के जीवन को बहुत प्रभावित करते हैं। कैनाबिस के चिकित्सकीय गुणों ने इन विकारों के उपचार में एक नया अध्याय जोड़ा है। यहां देखें कि कैसे कैनाबिस कुछ प्रमुख न्यूरोलॉजिकल स्थितियों में मदद कर सकता है।
मल्टीपल स्क्लेरोसिस
मल्टीपल स्क्लेरोसिस एक जटिल न्यूरोलॉजिकल विकार है। कैनाबिस इस स्थिति में मांसपेशियों की कड़ापन को कम करने में मदद कर सकता है। कनाडा में 2018 में कैनाबिस के वैधीकरण के बाद, कई मरीजों ने इसके उपयोग से राहत की सूचना दी है।
एपिलेप्सी
एपिलेप्सी के कुछ रूपों में, CBD-आधारित दवा Epidiolex को FDA द्वारा मंजूरी दी गई है। यह दवा दौरे की आवृत्ति को कम करने में प्रभावी साबित हुई है। अमेरिका के 34 राज्यों में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए मारिजुआना के उपयोग को मंजूरी दी गई है।
पार्किंसन रोग
पार्किंसन रोग में कैनाबिस के संभावित लाभों पर शोध जारी है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि यह कंपन और गति संबंधी समस्याओं को कम कर सकता है। लेकिन, लंबे समय तक कैनाबिस का सेवन स्ट्रोक जैसी समस्याओं से जुड़ा हो सकता है।
न्यूरोलॉजिकल विकार | कैनाबिस का संभावित लाभ | अनुमोदित उपयोग |
मल्टीपल स्क्लेरोसिस | मांसपेशियों की कड़ापन में कमी | कनाडा में वैध |
एपिलेप्सी | दौरे की आवृत्ति में कमी | FDA द्वारा अनुमोदित (Epidiolex) |
पार्किंसन रोग | कंपन में कमी | शोध जारी |
कैनाबिस के लाभ आशाजनक हैं, लेकिन इसका उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह लेना महत्वपूर्ण है। न्यूरोलॉजिकल विकारों के उपचार में कैनाबिस की भूमिका पर और शोध की आवश्यकता है।
मानसिक स्वास्थ्य विकारों में कैनाबिस की भूमिका
कैनाबिस का उपयोग मानसिक स्वास्थ्य विकारों के इलाज में विवादित है। कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह कुछ स्थितियों में मदद कर सकता है। लेकिन, अन्य चेतावनी देते हैं कि इससे नुकसान भी हो सकता है।
चिंता और अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कैनाबिस के उपयोग पर मिश्रित परिणाम सामने आए हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि नियमित कैनाबिस उपयोग सामाजिक चिंता विकार का खतरा बढ़ा सकता है। दूसरी ओर, कुछ लोगों ने इसका उपयोग करके अवसाद के लक्षणों में कमी महसूस की है।
गंभीर मानसिक बीमारियों के मामले में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। अध्ययनों से पता चलता है कि कैनाबिस का उपयोग मनोविकार और साइकोसिस जैसी स्थितियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। द्विध्रुवी विकार वाले लोगों के लिए, लगभग दैनिक कैनाबिस का उपयोग लक्षणों को बदतर कर सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य स्थिति | कैनाबिस का संभावित प्रभाव |
चिंता | सामाजिक चिंता विकार का जोखिम बढ़ सकता है |
अवसाद | कुछ लोगों में लक्षणों में कमी |
मनोविकार | जोखिम बढ़ सकता है |
द्विध्रुवी विकार | लक्षणों को बदतर कर सकता है |
हालांकि कुछ लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कैनाबिस का उपयोग करते हैं, इसके दीर्घकालिक प्रभावों को समझने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। चिकित्सा पर्यवेक्षण के बिना इसका उपयोग जोखिम भरा हो सकता है।
Cannabis and its medical uses: वैश्विक परिप्रेक्ष्य
चिकित्सा कैनाबिस का उपयोग दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। कई देशों ने इसे वैध बना दिया है। वैश्विक अनुसंधान में भी प्रगति हो रही है।
कनाडा, नीदरलैंड और इजराइल जैसे देश चिकित्सा कैनाबिस अनुसंधान में आगे हैं। उनके शोध से कई रोगों के इलाज में कैनाबिस के फायदे सामने आए हैं।
अमेरिका में, FDA ने कुछ कैनाबिस-आधारित दवाओं को मंजूरी दी है। इनमें एपिडिओलेक्स, मारिनोल, सिंड्रोस और सेसामेट शामिल हैं। ये दवाएं मिर्गी, कैंसर और एड्स जैसी बीमारियों के इलाज में मदद करती हैं।
दवा का नाम | उपयोग |
एपिडिओलेक्स | मिर्गी के दौरे |
मारिनोल और सिंड्रोस | कैंसर से जुड़ी मतली, एड्स में भूख की कमी |
सेसामेट | कीमोथेरेपी से होने वाली मतली |
लेकिन, अंतरराष्ट्रीय कानून और नियम देश-दर-देश भिन्न होते हैं। कुछ देशों में चिकित्सा कैनाबिस पूरी तरह से वैध है। दूसरी ओर, अन्य में इसके उपयोग पर प्रतिबंध है।
यह विविधता वैश्विक अनुसंधान और उपचार विकल्पों को प्रभावित करती है।
भविष्य में, हम उम्मीद करते हैं कि अधिक देश चिकित्सा कैनाबिस के लाभों को पहचानेंगे। वे इसके उपयोग को वैध बनाएंगे। इससे वैश्विक अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। रोगियों को नए उपचार विकल्प मिलेंगे।
कैनाबिस के चिकित्सकीय उपयोग के संभावित जोखिम और दुष्प्रभाव
कैनाबिस के चिकित्सकीय उपयोग में कई फायदे हैं। लेकिन, इसके साथ कुछ जोखिम भी हैं। इन जोखिमों के बारे में जानना जरूरी है।
अल्पकालिक प्रभाव
कैनाबिस के तुरंत प्रभाव हैं:
हृदय गति में वृद्धि
चक्कर आना
स्मृति और एकाग्रता में कमी
साँस फूलना या खांसी
दीर्घकालिक प्रभाव
लंबे समय तक कैनाबिस का उपयोग करने से गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
नियमित उपयोग से लत लग सकती है
मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे अवसाद बढ़ सकता है
युवाओं में मनोविकृति का खतरा अधिक होता है
फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है
संभावित दवा अंतर्क्रियाएँ
कैनाबिस अन्य दवाओं के साथ अंतर्क्रिया कर सकता है। इससे अप्रत्याशित प्रभाव हो सकते हैं। गर्भवती महिलाओं और वृद्धों को सावधानी से उपयोग करना चाहिए।
कैनाबिस के फायदे हैं, लेकिन दुष्प्रभावों को भी नहीं भूलना चाहिए। सुरक्षित उपयोग के लिए चिकित्सक की सलाह लेना जरूरी है।
चिकित्सा कैनाबिस के विभिन्न प्रकार और सेवन के तरीके
चिकित्सा कैनाबिस कई रूपों में आता है। इसमें सूखे फूल, तेल, कैप्सूल, स्प्रे और खाद्य पदार्थ शामिल हैं। ये विभिन्न कैनाबिस उत्पाद रोगियों को अपनी स्थिति के अनुसार चुनने की सुविधा देते हैं।
सेवन विधियाँ भी अलग-अलग हैं। धूम्रपान, वेपोराइजेशन, मौखिक सेवन और त्वचा पर लगाना कुछ प्रमुख तरीके हैं। हर विधि के अपने फायदे और नुकसान हैं। रोगी की स्थिति और प्राथमिकताएं तय करती हैं कि कौन सा तरीका सबसे उपयुक्त होगा।
भारत में कैनाबिस का उपयोग कानूनी रूप से प्रतिबंधित है। मादक पदार्थ दुष्प्रभाव विधि, 1971 के तहत भांग को वर्ग B के मादक द्रव्य के रूप में वर्गीकृत किया गया है। हालांकि, कुछ राज्यों में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए इसके उपयोग की अनुमति है।
अमेरिका में 23 राज्यों में चिकित्सा कैनाबिस का उपयोग होता है। कनाडा, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और स्पेन जैसे देशों में भी इसका चिकित्सकीय उपयोग होता है। 2013 से कैनाबिस का उपयोग काफी बढ़ गया है।
लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। FDA ने कई कंपनियों को चेतावनी दी है जो कैनाबिडिओल उत्पादों को गैरकानूनी तरीके से बेच रही थीं। ये कंपनियां बिना किसी प्रमाण के कैंसर, अल्जाइमर और दर्द जैसी बीमारियों के इलाज का दावा कर रही थीं।
भारत में चिकित्सा कैनाबिस की कानूनी स्थिति
भारत में चिकित्सा कैनाबिस के बारे में कानून जटिल है। NDPS अधिनियम, 1985 के अनुसार, कैनाबिस का उपयोग नियंत्रित है। यह अधिनियम कैनाबिस के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाता है।
हाल के वर्षों में, चिकित्सा और अनुसंधान के लिए कैनाबिस का उपयोग करने की अनुमति मिली है।
उत्तराखंड ने औद्योगिक हेम्प की खेती को वैध बनाया। कई स्टार्टअप, जैसे बॉम्बे हेम्प कंपनी और हेम्पस्ट्रीट आयुर्वेद, कैनाबिस उत्पाद विकसित कर रहे हैं।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन को मिर्गी और कैंसर के लिए कैनाबिस उत्पादों के विकास का लाइसेंस मिला है।
ICMR, CSIR और DBT ने विभिन्न रोगों के इलाज के लिए कैनाबिस से फाइटोफार्मास्युटिकल्स के विकास के लिए एक समझौता किया है।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने CBD और THC पर अनुसंधान को मंजूरी दी है।
कैनाबिस के मनोरंजक उपयोग पर अभी भी प्रतिबंध है। भारत में लगभग 2.8% आबादी किसी न किसी रूप में कैनाबिस का सेवन करती है। कानून में बदलाव की संभावना बढ़ रही है।
आयुर्वेद में कैनाबिस का उपयोग
आयुर्वेद में कैनाबिस का बहुत बड़ा महत्व है। पारंपरिक चिकित्सा में भांग के बीज और पत्तियों का उपयोग होता है। यह विभिन्न रोगों के इलाज में मदद करता है।
भांग के बीज कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसमें फाइबर होता है जो पेट को भर देता है।
आयुर्वेद में भांग नींद को भी बेहतर बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें मौजूद मैग्नीशियम नींद को सुधारता है।
भांग के बीज त्वचा के लिए भी अच्छे होते हैं। वजन प्रबंधन और एनीमिया रोकथाम में भी यह मदद करता है।
लेकिन, आयुर्वेद में भांग का सेवन सीमित ही करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसका सेवन पेट में जलन और गैस्ट्रिक समस्याएं पैदा कर सकता है।
भांग में मौजूद THC दिमागी विकास पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए, आयुर्वेद में भांग का उपयोग विशेषज्ञ की देखरेख में ही करना चाहिए।
FAQ
क्या कैनाबिस का चिकित्सकीय उपयोग वैध है?
कैनाबिस का चिकित्सकीय उपयोग कई देशों में वैध है। लेकिन भारत में यह अभी भी अवैध है। कुछ राज्यों में इसका सीमित उपयोग अनुमति है।
कैनाबिस के कौन से प्रमुख कैनाबिनॉइड्स होते हैं?
कैनाबिस में 100 से अधिक कैनाबिनॉइड्स होते हैं। THC और CBD प्रमुख हैं। THC मनोसक्रिय है, जबकि CBD गैर-मनोसक्रिय है। CBG, CBN और CBC भी महत्वपूर्ण हैं।
कैनाबिस के किन स्वास्थ्य लाभों के लिए अनुमोदित किया गया है?
चिकित्सा कैनाबिस का उपयोग कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए किया जाता है। यह पुरानी पीड़ा, एपिलेप्सी, HIV/AIDS से जुड़ी भूख की कमी और ग्लूकोमा में मदद करता है।
क्या कैनाबिस दर्द प्रबंधन में मदद कर सकता है?
हाँ, कैनाबिस पुरानी पीड़ा, कैंसर से संबंधित दर्द और तंत्रिका संबंधी दर्द में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि यह दर्द के लक्षणों को कम करता है।
क्या कैनाबिस कैंसर उपचार में सहायक हो सकता है?
हाँ, कैनाबिस कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करने में मदद करता है। यह कैंसर के दर्द को कम करने और भूख बढ़ाने में भी सहायक है।
कौन से न्यूरोलॉजिकल विकार कैनाबिस से लाभान्वित हो सकते हैं?
कैनाबिस मल्टीपल स्क्लेरोसिस, कुछ एपिलेप्सी और पार्किंसन रोग में लाभदायक है।
क्या कैनाबिस के चिकित्सकीय उपयोग से कोई जोखिम या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?
हाँ, कैनाबिस के अल्पकालिक दुष्प्रभावों में बढ़ी हृदय गति, चक्कर और स्मृति समस्याएं शामिल हैं। दीर्घकालिक जोखिमों में लत लगना और मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यह अन्य दवाओं के साथ अंतर्क्रिया कर सकता है।
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