क्या आप जानते हैं कि एक पौधा जो हजारों वर्षों से मानव संस्कृति का हिस्सा रहा है, आज भी विवादों में घिरा हुआ है? हम बात कर रहे हैं कैनबिस की, जिसे गांजा, भांग या विजया के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऐसा विषय है जो चिकित्सा, कानून और समाज के बीच एक जटिल संबंध रखता है।
कैनबिस एक बहुमुखी पौधा है जिसमें 120 से अधिक कैनाबिनॉइड घटक हैं। इसका उपयोग चिकित्सा, मनोरंजन और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। मेडिकल कैनबिस की बढ़ती स्वीकृति ने इसके विभिन्न प्रकारों और इतिहास को समझने की आवश्यकता बढ़ा दी है।
हालांकि, कैनबिस का उपयोग विवादास्पद है। कुछ देश इसे वैध मानते हैं, जबकि अन्य इसे प्रतिबंधित करते हैं। इसके लाभों और जोखिमों पर शोध जारी है, जिससे इसकी जटिलता बढ़ जाती है।
मुख्य बिंदु
कैनबिस में 120 से अधिक कैनाबिनॉइड घटक होते हैं
एपिडिओलेक्स, एक सीबीडी युक्त दवा, मिर्गी के इलाज के लिए एफडीए द्वारा अनुमोदित है
18 वर्ष से पहले कैनबिस का उपयोग शुरू करने वाले व्यक्तियों में कैनबिस उपयोग विकार विकसित होने की संभावना 4-7 गुना अधिक होती है
कई अमेरिकी राज्यों ने मनोरंजक और चिकित्सीय कैनबिस को वैध किया है
कैनबिस का उपयोग ब्रोंकाइटिस से जुड़ा है और यह सीओपीडी का एक जोखिम कारक हो सकता है
कैनबिस के दीर्घकालिक प्रभावों को पूरी तरह से समझने के लिए शोध जारी है
कैनबिस का परिचय
कैनबिस एक बहुत उपयोगी पौधा है। इसका उपयोग औषधि, औद्योगिक और मनोरंजन के लिए होता है। भारत में इसकी खेती 7,000 साल से हो रही है।
कैनबिस के प्रकार
कैनबिस के तीन प्रमुख प्रकार हैं:
कैनबिस सैटिवा
कैनबिस इंडिका
कैनबिस रुडेरालिस
इन प्रकारों में THC और CBD की मात्रा अलग होती है। यह उनके प्रभावों को निर्धारित करती है।
कैनबिस का इतिहास
कैनबिस का इतिहास 5000-4000 ईसा पूर्व तक जाता है। प्राचीन काल से इसका उपयोग औषधि और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता रहा है।
500 ईसा पूर्व में पामीर पर्वत में इसके मनोरंजन के उपयोग के साक्ष्य मिले हैं।
कैनबिस के मुख्य घटक
कैनबिस में दो मुख्य घटक हैं:
घटक | प्रभाव |
टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल (THC) | मनोसक्रिय प्रभाव |
कैनाबिडिओल (CBD) | गैर-मनोसक्रिय, चिकित्सीय गुण |
हाल के वर्षों में, अवैध कैनबिस में THC की मात्रा बढ़ रही है। वहीं, CBD की मात्रा कम हो रही है। यह बदलाव इसके प्रभावों और स्वास्थ्य जोखिमों को प्रभावित कर सकता है।
What is cannabis & it's uses
कैनबिस एक बहुमुखी पौधा है। इसे गांजा या भांग के नाम से भी जाना जाता है। यह चिकित्सा, मनोरंजन और औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।
चिकित्सा क्षेत्र में, कैनबिस कई बीमारियों के इलाज में मदद करता है। एक अध्ययन से पता चला है कि यह पुराने दर्द को कम कर सकता है। यह मतली और भूख की कमी को भी दूर करता है।
मनोरंजन के लिए, कैनबिस मूड और संवेदनाओं को प्रभावित करता है। लेकिन इसके दीर्घकालिक उपयोग से नुकसान भी हो सकते हैं।
भांग के नुकसान में मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और श्वसन संबंधी मुद्दे शामिल हैं।
औद्योगिक क्षेत्र में, कैनबिस कपड़े, कागज और जैव ईंधन बनाने में उपयोग किया जाता है। यह बहुत उपयोगी है। लेकिन गांजा के फायदे और नुकसान पर और अधिक शोध की जरूरत है।
कैनबिस के प्रमुख उपयोग
कैनबिस का उपयोग दुनिया भर में कई तरह से होता है। इसके तीन मुख्य उपयोग हैं - चिकित्सा, मनोरंजन और आध्यात्मिक। आइए इनमें से प्रत्येक के बारे में जानें।
चिकित्सीय उपयोग
मेडिकल कैनबिस का उपयोग कई देशों में बढ़ रहा है। अमेरिका के 23 राज्यों सहित कनाडा, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड और स्पेन में इसका उपयोग होता है। यह कीमोथेरेपी से होने वाली मतली को कम करता है और एचआईवी/एड्स रोगियों की भूख बढ़ाता है।
मनोरंजक उपयोग
गांजा का नशा करने वालों की संख्या बढ़ रही है। 2013 में, दुनिया भर में 128-232 मिलियन लोगों ने कैनबिस का उपयोग किया। 2015 में, अमेरिका की आधी आबादी ने इसका उपयोग किया था। इसका उपयोग तत्काल आनंद और उत्तेजना के लिए किया जाता है।
आध्यात्मिक उपयोग
भांग का धार्मिक उपयोग कई संस्कृतियों में प्राचीन काल से होता आया है। भारत में महाशिवरात्रि जैसे त्योहारों पर भांग का सेवन किया जाता है। यह कई धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा है।
उपयोग | लाभ | देश |
चिकित्सीय | दर्द निवारण, भूख बढ़ाना | अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया |
मनोरंजक | आनंद, तनाव मुक्ति | नीदरलैंड, स्पेन |
आध्यात्मिक | धार्मिक अनुष्ठान | भारत, नेपाल |
कैनबिस के उपयोग को लेकर दुनिया भर में बहस जारी है। इसके फायदे और नुकसान दोनों हैं। इसलिए इसका उपयोग सावधानी से करना चाहिए।
कैनबिस के औषधीय लाभ
हाल के शोध ने कैनबिस के कई फायदे दिखाए हैं। गांजा के उपयोग से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं ठीक हो सकती हैं। कैनबिस थेरेपी कई बीमारियों का इलाज करती है।
2017 में एक अध्ययन में पाया गया कि CBD रक्तचाप को कम करता है। यह आराम और तनाव के समय रक्तचाप को नियंत्रित करता है। एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि CBD सूजन और दर्द को कम कर सकता है।
2018 में एक अध्ययन ने दिखाया कि CBD नशीली दवाओं की लत को रोक सकता है। यह तनाव और चिंता को कम करता है। शुरुआती अध्ययनों से पता चला है कि CBD चिंता विकारों का इलाज कर सकता है।
हाल के शोध से पता चला है कि CBD गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों का इलाज कर सकता है। यह मिर्गी और अन्य दौरा सिंड्रोम में भी मदद करता है।
CBD में एंटी-कैंसर प्रभाव पाए गए हैं। यह कैंसर को रोकने और ट्यूमर का इलाज करने में मदद करता है।
नवंबर 2018 से विशेषज्ञ डॉक्टर भांग-आधारित दवाएं लिख रहे हैं। लेकिन भारत में भांग के कानूनों का ध्यान रखना जरूरी है।
कैनबिस के दुष्प्रभाव
कैनबिस का उपयोग बढ़ रहा है। लेकिन इसके साइड इफेक्ट्स पर ध्यान देना जरूरी है। गांजा के नुकसान कई हो सकते हैं। आइए इन्हें विस्तार से देखें।
शारीरिक प्रभाव
कैनबिस के साइड इफेक्ट्स शरीर पर बड़ा असर डाल सकते हैं। इसमें हृदय गति बढ़ना, लाल आंखें और मुंह सूखना शामिल है। लंबे समय तक इसका उपयोग फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।
मानसिक प्रभाव
भांग के दुष्प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ते हैं। अल्पकालिक स्मृति हानि, चिंता और भ्रम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह मनोविकार का कारण भी बन सकता है।
सामाजिक प्रभाव
कैनबिस का उपयोग सामाजिक जीवन को भी प्रभावित करता है। कार्य प्रदर्शन में कमी आ सकती है और पारिवारिक संबंधों पर बुरा असर पड़ सकता है। यह सामाजिक अलगाव का कारण भी बन सकता है।
प्रभाव का प्रकार | लक्षण |
शारीरिक | हृदय गति बढ़ना, लाल आंखें, मुंह सूखना |
मानसिक | स्मृति हानि, चिंता, भ्रम |
सामाजिक | कार्य प्रदर्शन में कमी, संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव |
कैनबिस के कुछ चिकित्सीय लाभ हैं। लेकिन इसके दुष्प्रभावों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। गांजा के नुकसान को समझना और सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है।
कैनबिस का कानूनी स्थिति
कैनबिस के बारे में दुनिया भर में नियम बदलते जा रहे हैं। भारत में भी यही हाल है। कुछ राज्यों में भांग का सेवन कानूनी है, लेकिन गांजा अभी भी नहीं है। दुनिया भर में गांजा को वैध बनाने की दिशा में कदम बढ़ रहे हैं।
अमेरिका में कैनबिस के नियमों में बड़े बदलाव हुए हैं। 35 राज्यों में इसका चिकित्सा उपयोग वैध है। 20 राज्यों में वयस्कों के लिए मनोरंजन के लिए भी यह कानूनी है। 2018 में कृषि सुधार अधिनियम ने महत्वपूर्ण बदलाव किए।
FDA ने कुछ कैनबिस से बनी दवाओं को मंजूरी दी है। इनमें Epidiolex, Marinol, Syndros और Cesamet शामिल हैं। ये दवाएं मिर्गी, कैंसर और एड्स के इलाज में मदद करती हैं। लेकिन, FDA अभी भी अवैध कैनबिस उत्पादों पर कार्रवाई कर रहा है।
देश | चिकित्सीय उपयोग | मनोरंजक उपयोग |
भारत | कुछ राज्यों में वैध | अवैध |
अमेरिका | 35 राज्यों में वैध | 20 राज्यों में वैध |
कनाडा | वैध | वैध |
भांग को वैध बनाना एक जटिल मुद्दा है। इसमें स्वास्थ्य, कानून और समाज के कई पहलू शामिल हैं। दुनिया भर में इस पर बहस जारी है। आने वाले समय में कैनबिस के नियमों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
कैनबिस की खेती और उत्पादन
कैनबिस फार्मिंग बहुत पुरानी परंपरा है। चीन में 2800 ईसा पूर्व से भांग का उपयोग रेशे के लिए किया जाता था। गांजा की खेती समशीतोष्ण क्षेत्रों में की जाती है। यह फसल 5 मीटर तक ऊंची हो सकती है।
कैनबिस की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इस मिट्टी को पूरे विकास काल में कम से कम 65 मिमी वर्षा की आवश्यकता होती है। रेशे के लिए पौधे 2-3 मीटर लंबे होते हैं और शाखाएं कम होती हैं।
भांग उत्पादन में प्रकाश, पानी और पोषक तत्वों का संतुलन बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें फूलों की कटाई, सुखाने और प्रसंस्करण शामिल है। कई देशों में इसका वाणिज्यिक उत्पादन कड़े नियमों के तहत होता है।
भारत में गांजा की खेती 5000-4000 ईसा पूर्व से है। लेकिन अब यह अवैध है। कई देशों ने कैनबिस के प्रति अपना रुख बदला है। उदाहरण के लिए, उरुग्वे ने 2013 में कैनबिस को कानूनी दर्जा दिया था।
इंडस्ट्रियल हेम्प का वैश्विक बाजार 2027 तक 15.8 अरब डॉलर का अनुमानित है, लेकिन भारत इस पूरे व्यापार में केवल 0.001% का हिस्सेदार है।
कैनबिस फार्मिंग के वैधीकरण से भारत सरकार हर साल 7.7 अरब डॉलर बचा सकती है। इससे आर्थिक लाभ होगा और सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी लागतें कम होंगी।
कैनबिस के विभिन्न रूप
कैनबिस के कई रूप हैं जो अलग-अलग तरह से इस्तेमाल किए जाते हैं। मारिजुआना, हशीश और कैनबिस ऑयल इसके प्रमुख रूप हैं। इनमें THC और CBD की मात्रा अलग होती है, जो इनके असर को प्रभावित करती है।
मारिजुआना कैनबिस के सूखे फूल और पत्तियों से बनती है। इसे आमतौर पर धूम्रपान के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हशीश कैनबिस के रेजिन का गाढ़ा रूप है। यह मारिजुआना से ज्यादा शक्तिशाली होता है।
कैनबिस ऑयल कैनबिस पौधे से निकाला जाता है। इसका उपयोग खाने या त्वचा पर लगाने के लिए किया जा सकता है।
कैनबिस के उपयोग में पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ोतरी हुई है। 2013 में करीब 1280-2320 लाख लोगों ने कैनबिस का सेवन किया था। 2015 में अमेरिका की आधी आबादी ने कभी न कभी कैनबिस का इस्तेमाल किया था।
कैनबिस का रूप | विशेषताएं | उपयोग |
मारिजुआना | सूखे फूल और पत्तियां | धूम्रपान |
हशीश | रेजिन का गाढ़ा रूप | धूम्रपान या खाना |
कैनबिस ऑयल | तरल निष्कर्षण | खाना या त्वचा पर लगाना |
हालांकि कैनबिस के कुछ चिकित्सीय फायदे हैं, लेकिन इसके दुरुपयोग से कई नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए इसका उपयोग सावधानी से और डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
कैनबिस का सेवन करने के तरीके
कैनबिस का उपयोग करने के कई तरीके हैं। हर विधि का अपना अनुभव और प्रभाव होता है। आइए जानें इन विभिन्न तरीकों के बारे में।
धूम्रपान
गांजा पीना सबसे पुराना और लोकप्रिय तरीका है। इसमें कैनबिस को जलाकर धुएं के रूप में सेवन किया जाता है। यह तुरंत प्रभाव देता है, लेकिन फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।
वेपोराइजेशन
कैनबिस वेप एक आधुनिक विकल्प है। इसमें कैनबिस को गर्म करके वाष्प बनाया जाता है। यह धूम्रपान से कम हानिकारक माना जाता है और स्वाद भी बेहतर होता है।
खाद्य पदार्थों में मिलाकर
भांग के लड्डू जैसे खाद्य पदार्थ लोकप्रिय हैं। इनका प्रभाव धीरे-धीरे शुरू होता है लेकिन लंबे समय तक रहता है। खुराक का ध्यान रखना जरूरी है।
सेवन का तरीका | प्रभाव की शुरुआत | प्रभाव की अवधि |
धूम्रपान | तुरंत | 2-3 घंटे |
वेपोराइजेशन | कुछ मिनट | 2-4 घंटे |
खाद्य पदार्थ | 30-90 मिनट | 4-8 घंटे |
याद रखें, कैनबिस का सेवन सुरक्षित और जिम्मेदारी से करना चाहिए। अपनी सहनशक्ति और कानूनी स्थिति का ध्यान रखें।
कैनबिस और मानसिक स्वास्थ्य
कैनबिस और मानसिक स्वास्थ्य का संबंध जटिल है। लोग तनाव कम करने के लिए इस्तेमाल करते हैं। लेकिन, इसके दीर्घकालिक प्रभाव चिंताजनक हो सकते हैं।
अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित उपयोग डिप्रेशन और एंजाइटी का खतरा बढ़ा सकता है।
गांजा और एंजाइटी का संबंध विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। लगभग 10% लोग इस पर निर्भर हो जाते हैं। युवाओं में नियमित उपयोग से मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
भांग का मनोवैज्ञानिक प्रभाव व्यक्ति की जैविक संरचना और उपयोग पैटर्न पर निर्भर करता है।
कैनबिस और डिप्रेशन के बीच संबंध चिंता का विषय है। लंबे समय तक उपयोग संज्ञानात्मक क्षमताओं पर छोटा लेकिन स्थायी प्रभाव डाल सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति आनुवंशिक रूप से संवेदनशील लोगों में साइकोटिक बीमारियों का खतरा अधिक होता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव | जोखिम |
डिप्रेशन | बढ़ा हुआ |
एंजाइटी | बढ़ा हुआ |
साइकोसिस | उच्च |
स्मृति हानि | मध्यम |
कैनबिस छोड़ने के लाभ हैं। इसमें बेहतर एकाग्रता, मूड, प्रेरणा और नींद शामिल हैं।
लत से छुटकारा पाने के लिए संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (CBT) और विशेषज्ञ मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की सलाह दी जाती है।
जोखिम कम करने के लिए कम मात्रा में शुरुआत करना और अन्य पदार्थों के साथ मिश्रण से बचना महत्वपूर्ण है।
कैनबिस अनुसंधान और विकास
कैनबिस रिसर्च तेजी से बढ़ रहा है। वैज्ञानिक इस पौधे के कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं। वे इसके चिकित्सीय उपयोग और दीर्घकालिक प्रभावों पर ध्यान दे रहे हैं।
मेडिकल मारिजुआना स्टडीज में विभिन्न स्ट्रेन्स के प्रभावों पर काम हो रहा है। एंडोकैनाबिनॉइड सिस्टम की समझ भी महत्वपूर्ण है।
कैनबिनॉइड अनुसंधान में बड़ी प्रगति हुई है। FDA ने Epidiolex (cannabidiol) और तीन अन्य दवाओं को मंजूरी दी है। ये दवाएं कई बीमारियों के इलाज में मददगार साबित हुई हैं।
दवा का नाम | प्रकार | अनुमोदित उपयोग |
Epidiolex | कैनबिस-व्युत्पन्न | लेनॉक्स-गास्टॉट सिंड्रोम या ड्रेवेट सिंड्रोम से जुड़ी दौरे |
Marinol | सिंथेटिक | कैंसर कीमोथेरेपी से जुड़ी मतली, एड्स रोगियों में वजन कम होने से जुड़ी भूख की कमी |
Syndros | सिंथेटिक | कैंसर कीमोथेरेपी से जुड़ी मतली, एड्स रोगियों में वजन कम होने से जुड़ी भूख की कमी |
Cesamet | सिंथेटिक | कैंसर कीमोथेरेपी से जुड़ी मतली |
कैनबिस रिसर्च में चुनौतियां हैं। भांग को वर्ग B मादक द्रव्य में वर्गीकृत किया गया है। लेकिन, 2018 के कृषि सुधार अधिनियम ने हेम्प को नियंत्रण से हटाया है। यह शोध को आसान बना सकता है।
मेडिकल मारिजुआना स्टडीज से पता चला है कि 94% कोलोराडो मेडिकल मारिजुआना कार्ड धारकों ने "गंभीर दर्द" को चिकित्सीय स्थिति के रूप में उद्धृत किया। एक अन्य अध्ययन में, कैनबिस के उपयोग से दर्द रोगियों में ओपिओइड के उपयोग में 64% की कमी देखी गई। ये निष्कर्ष कैनबिनॉइड अनुसंधान के महत्व को दर्शाते हैं।
कैनबिस का सामाजिक प्रभाव
कैनबिस लीगलाइजेशन ने समाज पर बड़ा प्रभाव डाला है। गांजा और समाज के बीच एक जटिल संबंध बन गया है। कई देशों में इसका वैधीकरण नए रोजगार के अवसर लेकर आया है, लेकिन नियामक चुनौतियां भी बढ़ गई हैं।
भांग का सांस्कृतिक महत्व कई समुदायों में सदियों से है। लेकिन इसके उपयोग के बारे में लोगों के दृष्टिकोण अलग-अलग हैं। कुछ इसे पारंपरिक और आध्यात्मिक मानते हैं, जबकि दूसरे इसे विवादास्पद मानते हैं।
कैनबिस के उपयोग से स्वास्थ्य पर चिंता बढ़ी है। अध्ययनों से पता चला है कि यह किशोरों की सोच, याददाश्त, और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है। लगभग 30% उपयोगकर्ता कैनबिस विकार विकसित कर सकते हैं।
कैनबिस लीगलाइजेशन ने कानून प्रवर्तन और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों को भी प्रभावित किया है। इसके साथ ही, गांजा और समाज के बीच संबंध को लेकर नई बहसें शुरू हुई हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम इन प्रभावों को समझें और उचित नीतियां बनाएं।
कैनबिस का प्रभाव केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक भी है। इसके उपयोग और नियमन पर समाज को गंभीरता से विचार करना चाहिए।
कैनबिस की लत और उपचार
कैनबिस एडिक्शन एक बड़ी समस्या है। भारत में, भांग को मादक पदार्थ माना जाता है। इसके कारण 5 साल तक की जेल हो सकती है।
गांजा छोड़ना मुश्किल है, लेकिन यह संभव है।
कैनबिस का उपयोग अवसाद और मानसिक समस्याओं को बढ़ावा दे सकता है। इसलिए, भांग की लत से निपटना जरूरी है। उपचार में व्यवहार थेरेपी और समूह सहायता शामिल हो सकती है।
कभी-कभी दवाएं भी दी जाती हैं। कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी और मोटिवेशनल इंटरव्यूइंग जैसी तकनीकें काम करती हैं।
कुछ देशों में चिकित्सा उद्देश्यों के लिए कैनबिस का उपयोग वैध है। लेकिन मनोरंजक उपयोग अभी भी अवैध है।
भारत में, विशेषज्ञ डॉक्टर कुछ मामलों में कैनबिस-आधारित दवाएं लिख सकते हैं। याद रखें, सिंथेटिक कैनबिनोइड्स अब अवैध हैं। वे प्राकृतिक कैनबिस से भी खतरनाक हो सकते हैं।
FAQ
कैनबिस या भांग क्या है?
कैनबिस भांग का एक पौधा है। इसका उपयोग मारिजुआना, गांजा और भांग के नाम से किया जाता है। इसका मुख्य घटक टेट्राहाइड्रोकैनाबिनॉल (THC) है।
कैनबिस के क्या प्रकार हैं और इसका इतिहास क्या है?
कैनबिस के तीन प्रकार हैं: सैटिवा, इंडिका और रुडेरालिस। इसका उपयोग प्राचीन समय से ही होता आ रहा है। यह औषधीय और आध्यात्मिक उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
कैनबिस के क्या उपयोग हैं?
कैनबिस का उपयोग कई क्षेत्रों में होता है। चिकित्सा में, यह दर्द और मतली में मदद करता है। मनोरंजन में, यह मूड को बदल सकता है।
इसका उपयोग कपड़े, कागज और बायोफ्यूल बनाने में भी होता है।
कैनबिस के प्रमुख औषधीय उपयोग क्या हैं?
कैनबिस कीमोथेरेपी में मदद करता है। यह एचआईवी/एड्स में भूख बढ़ाता है। इसका उपयोग कैंसर के इलाज में भी होता है।
कैनबिस के क्या दुष्प्रभाव हैं?
इसके दुष्प्रभावों में हृदय गति बढ़ना शामिल है। यह लाल आंखें और शुष्क मुंह भी पैदा कर सकता है।
मानसिक प्रभावों में अल्पकालिक स्मृति हानि और भ्रम शामिल हैं।
कैनबिस की कानूनी स्थिति क्या है?
कैनबिस की कानूनी स्थिति देश-वार भिन्न है। भारत में, भांग का सेवन कुछ राज्यों में वैध है। लेकिन गांजा अवैध है।
वैश्विक स्तर पर, इसके वैधीकरण की दिशा में कदम बढ़ रहे हैं।
कैनबिस की खेती कैसे की जाती है?
कैनबिस की खेती विभिन्न जलवायु में की जा सकती है। इसमें प्रकाश, पानी और पोषक तत्वों का सही संतुलन महत्वपूर्ण है।
उत्पादन प्रक्रिया में फूलों की कटाई और सुखाना शामिल है। कई देशों में इसका वाणिज्यिक उत्पादन नियमों के तहत होता है।
कैनबिस के विभिन्न रूप क्या हैं और उनका उपयोग कैसे किया जाता है?
कैनबिस के मुख्य रूप मारिजुआना, हशीश और कैनबिस ऑयल हैं। इन्हें धूम्रपान, वेपोराइजेशन और खाद्य पदार्थों में मिलाकर उपयोग किया जाता है।
कैनबिस का मानसिक स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?
कैनबिस का मानसिक स्वास्थ्य पर जटिल प्रभाव पड़ता है। यह अल्पकालिक चिंता को कम कर सकता है। लेकिन दीर्घकालिक उपयोग मनोविकृति और डिप्रेशन के जोखिम को बढ़ा सकता है।
इसका प्रभाव व्यक्तिगत जैविक संरचना और उपयोग के पैटर्न पर निर्भर करता है।
कैनबिस अनुसंधान पर क्या काम चल रहा है?
कैनबिस अनुसंधान तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान अध्ययन चिकित्सीय उपयोगों पर केंद्रित हैं।
इसके दीर्घकालिक प्रभावों और नए दवाओं के विकास पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
कैनबिस का समाज पर क्या प्रभाव पड़ता है?
कैनबिस का सामाजिक प्रभाव व्यापक है। इसके वैधीकरण ने कानून प्रवर्तन और स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव डाला है।
कुछ समुदायों में इसका सांस्कृतिक महत्व है। लेकिन अन्य में यह विवादास्पद है।
कैनबिस की लत से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है?
कैनबिस की लत एक वास्तविक समस्या है। उपचार में व्यवहार थेरेपी और समूह सहायता शामिल है।
कभी-कभी दवा भी दी जाती है। कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी और मोटिवेशनल इंटरव्यूइंग प्रभावी हैं।
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